पाठ्यक्रम

 

उत्तराखण्ड स्टेट ओपन स्कूल स्कूल उन सभी को माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा के अवसर प्रदान करता है, जो विभिन्न कारणों से विद्यालयी शिक्षा पूर्ण नहीं कर पाए हैं। यह संस्थान ऐसे अभ्यर्थियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जीवनोपयोगी पाठ्यक्रम चलाता है। उपर्युक्त धारणा को ध्यान में रखते हुए ही उत्तराखण्ड स्टेट ओपन स्कूल में निम्नलिखित पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं।

 
अध्ययन योजना

उत्तराखण्ड स्टेट ओपन स्कूल के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक पाठ्यक्रमों के लिए कुल 35 विषयों को यहाँ की अध्ययन योजना एवं परीक्षा योजना में समाहित किया गया है।

अध्ययन योजना

उत्तराखण्ड स्टेट ओपन स्कूल के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक पाठ्यक्रमों के लिए कुल 35 विषयों को यहाँ की अध्ययन योजना एवं परीक्षा योजना में समाहित किया गया है।

माध्यमिक पाठ्यक्रम
  • यह पाठ्यक्रम दसवीं कक्षा के लिए निर्धारित हैं। माध्यमिक पाठ्यक्रम के 15 विषयों में से विषय का चयन तालिका-6 में दिए गये विषयों में से किया जा सकता है।
  • प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए कम से कम पाँच विषयों में उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसलिए पंजीयन के समय ही पाँच विषयों का चयन करे, जिसमें गु्रप ‘अ’ में से एक अथवा दो भाषाएं और शेष विषय गु्रप ‘ब’ में से हों।
  • किसी भी ग्रुप से दो अतिरिक्त विषय अथवा दोनों ग्रुप में से एक-एक अतिरिक्त विषय भी लिए जा सकते हैं।
  • भाषा का कोई भी तीसरा विषय अतिरिक्त विषय के रूप में ही लिया जा सकता है।
  • अभ्यर्थी अधिकतम सात विषयों का चयन कर सकते हैं।
 
माध्यमिक स्तर उच्च माध्यमिक स्तर
विषय कोड विषय कोड
हिंदी 101 हिंदी 201
अंग्रेज़ी 102 अंग्रेज़ी 202
बांग्ला 103 बांग्ला 203
कन्नड़ 104 कन्नड़ 204
उर्दू 105 उर्दू 205
विज्ञान 106 भौतिक विज्ञान 206
समाज शास्त्र 107 रसायनशास्त्र 207
गणित 108 जीव विज्ञान 208
ललितकला 109 गणित 209
कंप्यूटर 110 इतिहास 210
पर्यावरण विज्ञान 111 भूगोल 211
शारीरिक शिक्षा 112 समाजशास्त्र 212
    राजनीति विज्ञान 213
    अर्थशास्त्र 214
    व्यवसाय अध्ययन 215
    लेखाशास्त्र 216
    मनोविज्ञान 217
    गृह विज्ञान 218
    कम्प्यूटर विज्ञान 219
 
  • प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए कम से कम पाँच विषयों में उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसलिए पंजीयन के समय ही पाँच विषयों का चयन करे, जिसमें ग्रुप ‘अ’ में से कम से कम एक भाषा अथवा अधिकतम दो भाषाएं और शेष विषय ग्रुप ‘ब’ में से हों।
  • किसी भी ग्रुप से दो अतिरिक्त विषय अथवा दोनों ग्रुप में से एक- एक अतिरिक्त विषय भी लिए जा सकते हैं।
  • भाषा का कोई भी तीसरा विषय अतिरिक्त विषय के रूप में ही लिया जा सकता है।
  • अभ्यर्थी अधिकतम सात विषयों का चयन कर सकते हैं।